विषय: हिन्दी चिट्ठाकारिता का प्रारंभिक इतिहास (भाग – १)
कक्षा – एम. बी. (मास्टर आफ ब्लागिंग)- प्रथम वर्ष
मई-२१०७
परीक्षार्थियों के लिये कुछ अन-आवश्यक दिशा-निर्देश :
- कृपया अपने उत्तरों की लम्बाई एवम शब्द सीमा का ध्यान रखें। दीर्घ उत्तरात्मक प्रश्न फुरसतिया की सबसे छोटी पोस्ट से लम्बे ना हों और लघु उत्तरात्मक प्रश्न आलोक की सबसे लम्बी पोस्ट से छोटे ना हो।
- कृपया अपने उत्तर की भाषा सरल रखें| मुक्त गद्य के गल्प में ना बहें, ताकि आपका उत्तर समझने में आसानी हो।
- उत्तर में उचित स्थानों पर उचित लिंक का समावेश करें।
- जो छात्र अपने उत्तर पद्य में देना चाह्ते हैं, वे अपने पद्य का भावर्थ भी साथ में लिखें ताकि परीक्षक को कापी जाँचते समय सर ना खुजाना पडे और आप बाद में ये ना कह सकें कि आप वो कहना चाहते थे जो परीक्षक समझ नही सका।
टेम्पलेटकापी की साज सज्जा के ५ अंक अलग से दिये जायेंगे।- अलिखित गुप्त नियम – इस प्रश्न पत्र में आपको मिलने वाले अंक, आपके द्वारा परीक्षक के ब्लाग पर की गयी टिप्पणियों पर निर्भर करते हैं।
दीर्घ उत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न १. हिन्दी चिट्ठाकारिता के इतिहास में बेनाम टिप्पणीकारों की भूमिका पर प्रकाश एवं रोशनी डालिये । उन्हे नवाजी गयी उपमाओं का भी (उदाहरण सहित) वर्णन कीजिये।
प्रश्न २. ’बधाई’, ’शुभकामनाएं’, ’साधुवाद’, ’एक मेल की दूरी’, ’वाह वाह’, ’इंतजार रहेगा’, ’लिखते रहिये’, ’हम हैं ना’, ’हे हे हे’…
हिन्दी चिट्ठाकारी के शुरुआती दिनों में इन टिप्पणियों की भूमिका पर टिप्पणी कीजिये ।
प्रश्न ३. “जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनके भी अपराध” – वर्ष २००७ और चिट्ठाकारिता के संदर्भ में इस कथन की समीक्षा कीजिये। ’जो’ कौन था, वो तटस्थ क्यों था? क्या वो वाकई तटस्थ था? समय ने क्या क्या अपराध लिखे , ये भी बताइये।
प्रश्न ४. २१ वीं सदी में पत्नी उत्पीडन में चिट्ठाकारिता की भूमिका, दस नर-चिट्ठाकारों के उदाहरण देकर समझाइये। “हर सफल ब्लागर के पीछे एक महिला की हाय होती हैं” इस कथन पर अपनी सहमति/असहमति कारण सहित दर्ज कराइये।
प्रश्न ५. इनमें से किसी एक चिट्ठाकार की संक्षिप्त एवं संपूर्ण जीवनी लिखें (असली नाम, शहर, परिवार, शिक्षा आदि की जानकारी समेत) ।
i) उन्मुक्त
ii) अनामदास
iii) चौपटस्वामी
iv) ई स्वामी
प्रश्न ६. “हिंदी ब्लॉग जगत इतना ‘साफ सुथरा’ क्यों है(यह आपत्ति नहीं है हैरानी है) अर्थात पोर्न, कीचड़बाजी आदि इसमें अंग्रेजी ब्लॉगिंग की तुलना में नहीं के बराबर है। क्या यह ब्लागिंग परिदृश्य में बेहद असामान्य व्यवहार तो नहीं है ?”
उद्धरणों समेत स्पष्ट कीजिये कि एक महिला चिट्ठाकारा द्वारा इस तरह ललकारे जाने (ओह..हैरान किये जाने) पर किस तरह हैप्पी सिंह जैसा हिन्दी चिट्ठाकार समूह गरम-धरम की तरह एंग्री-ही-मैन में तबदील हो गया और अगले कुछ दिनों में ही वो “ब्लागिंग परिदृश्य में काफी हद तक सामन्य व्यवहार” करने लगा।
लघुउत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न ७. चिट्ठों पर टिप्पणी पाने एवं हिट पाने के आदि-चिट्ठाकारों द्वारा अपनाये गये पांच तरीके लिखिये।
प्रश्न ८. “…लेकिन उस पर फिर कभी” – ऐसे पाँच उदाहरण बताइये, जब चिट्ठाकार ने ’फिर कभी’ कह कर फिर कभी उस पर लिखा भी हो।
प्रश्न ९. कालम अ का मिलान कालम ब से कीजिये ।
कालम अ कालम ब
i) गजल हो या कविता, हायकू या कुंडली । 1). डा. सुनील दीपक
सबपे दिल आया इनका, इन्हे हर कोई लगे भली ॥
ii) हजार किताबें पढीं और रट डाला संविधान । 2). मोहल्ला
बोलो बच्चों बोलो, कौन ब्लागर गुणवान ॥
iii) मेरे सर पर रहा सदा, बडभैया का हाथ । 3). गिरिराज जोशी
हिन्दी चिट्ठों का पहला भाई-बहन-भतीजावाद ॥
iv) देखी सारी दुनिया, जापान से लेकर रशिया 4). सृजन शिल्पी
आस्ट्रेलिया से लेsssकेsss अमेरिका
v) मैं तुम्हे भूल जाऊँ ये हो नही सकता 5). पंकज बैंगानी
तुम मुझे भूल जाओ ये मैं होने नही दूंगा
भाई नितिन, तुम्हारा प्रश्नपत्र देख कर मन खिल उठा फिर मुआ खिलखिला उठा। इसी खिलखिल के बीच प्रश्न संख्या आठ के जवाब भेज रहा हूं-
i) गिरिराज जोशी
ii)सृजन शिल्पी
iii) पंकज बैंगानी
iv)मोहल्ला
v)मोहल्ला
बाकी सवालों के जवाब भी हम जल्दी ही भेजेंगे। सबसे पहले जवाब देने के लिये कुछ नंबर भी दो भाई!
iv) सवाल के जवाब में मोहल्ला की जगह डा.सुनील दीपक बांचे!
भाई इतने सारे सवालो के जवाब के लिये २४ घन्टे तो चहिये ही कल सुबह यही पंगा सही
बहुत सही नितिन, क्या दिमाग लगाया है पेपर बनाने में, जल्दी ही कोशिश करता हूँ जवाब देने की फिलहाल प्रश्न संख्या आठ के जवाब
i) गिरिराज जोशी
ii)सृजन शिल्पी
iii) पंकज बैंगानी
iv)डा.सुनील दीपक
v)मोहल्ला
हमने पार्टी में आपसे एक सवाल क्या पूछ लिया आपने पूरा प्रश्नपत्र ही पकड़ा दिया। बहुत नाइंसाफी है। जाइए पहले हमें उत्तर देकर आएं तब तक हम आस पास ताक-झांक कर अच्छे अंक लाने की कोशिश करते है।
बहुत खूब ..
प्रश्न 1 का जबाब देने बैठे कि आज खूब रोशनी व प्रकाश डालेंगे . लेकिन क्या करें पिछ्ले 7 घंटे से पावर कट है , टॉर्च में सैल नही है . इसलिये “उस पर फिर कभी’ .
2. इतने सुंदर प्रश्नपत्र के लिये ’बधाई’ आगे के लिये ’शुभकामनाएं’ एवं ’साधुवाद’ . हम आप से ’एक ही मेल की दूरी’ पर हैं इसलिये कह रहे हैं ’वाह वाह’ अगले प्रश्नपत्र का ’इंतजार रहेगा’ ऎसे ही ’लिखते रहिये’ बांकी ’हम हैं ना’…. ’हे हे हे’… मजा आ गया.
बांकी फिर ..
परीक्षा पेपर में लिखा है
‘विषय: हिन्दी चिट्ठाकारिता का प्रारंभिक इतिहास (भाग – १)
कक्षा – एम. बी. (मास्टर आफ ब्लागिंग)- प्रथम वर्ष
मई-२१०७’
यानि कि हम सब को जवाब के लिये १०० साल तो मिलेंगे ना 🙂
yaar bagla tu ne to mast papaer banaya he….lekin isme tere aage kaun betha he ye to bata?
hmm achchha mast creative he …
[…] लिखी हैं। आज नितिन जी ने कुछ सवाल पूछ लिये इसी कारण मुझे भी सवाल/ पहेली पूछने का […]
प्रश्नों की कुन्जी किस दुकान पर मिलेगी ?
घुघूती बासूती
नितिन जी, हँसी मज़ाक में ही आप कई बातें बहुत गहरी कह गये, वाह.
[…] आज जब हमने नितिन बागला का चोरी वाला पर्चा देखा तो हम सनाका खा गये। हमें ऐसा […]
हा हा!! अब ८ वें प्रश्न का उत्तर तो सब दौड़ दौड़ कर दे दिये हैं, हमारे जबाब को उन्हीं की नकल माना जाये.
–बहुत खूब सजाये हो परीक्षा कक्ष. कुछ प्रयास किया जायेगा जबाब का. 🙂
बेहतरीन!!
this time.. you need to seat in front of me.. and i will take revenge of all the terms.. lol…
great creativity man… keep rocking..
अच्छा प्रश्न पत्र है …परिणाम कब आएगा???????..कौन प्रथम आया ????:)
दिमाग में खाद है नितिन । सफाई के कितने ने नम्बर हैं,साज-सज्जा से अलग
परिक्षा के दिन हम अनुपस्थित थे. पीछला रिकार्ड देख पास किया जाय. 🙂
भाई कुछ ग्रेस का भी सिस्टम है क्या? अपने तो लास्ट आने में फर्स्ट आ जाएंगे नहीं तो. मास्टर साहब यहाँ नकल खुल कर हो रही है .. देख लो प्रश्न 8 के जवाब सब एक जैसा दे रहे हैं… हम नहीं मानते…
कोई फ्लाइंग चेंकिग करवाओ जी पहले तो…. फिर जवाब देंगे.. 🙂
ये परीक्षा रविवार को ले डाली। हम अनुपस्थित रहे अब पूरक परीक्षा का क्या प्रावधान है?
मैं अभी तक पेपर नहीं समझ पाया हूँ. कोर्स पढाया अलग प्रश्न पत्र सेट किया अलग … पेपर सेटर पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए…
कमाल है सब के सब परीक्षा में हो रही नकल के प्रति इतने संवेदनशील हो रहे हैं। कोई परीक्षक को भी तो पकड़े देखो ये प्रश्नप्रत्र का आईडिया हम से नकल किया है। यहॉं देखें।
जे बात ठीक नहीं है। 🙂
मजा आया 🙂
http://chitthacharcha.blogspot.com/2007/04/blog-post_08.html
आफिस में नजर गई थी आपके इस मजेदार प्रश्नपत्र और वहां अपनी हँसी रोकना मुश्किल हो गया । भईया आप तो पूरे मास्टर निकले (शायद सच में भी हों } बहुत अच्छा creative idea आपका 🙂
अनूप जी, खिल खिल की आवाज बहुत दूर तक पहुँची है, ये जवाब तो सही है, एक आप अपने ब्लाग पर लिख चुके, बाकि का इन्तजार रहेगा।
नम्बर देना अपने हाथ में नही है, अपन तो बस पेपर आउट करवा के लाये हैं… 🙂
अरुण-सुबह हो गई….
तरुण – टीप दिया अनूप जी का जवाब 🙂 ..बाकी भी भेजो
रत्ना जी – एक तो मैं पेपर लीक करवा के लाया और आप मुझे ही डांट रही हैं…ताकिये, झांकिये, जवाब दीजिये
काकेश 🙂 😀
उन्मुक्त जी – जी हाँ, पेपर मई-२१०७ का ही है, भई प्रारंभिक इतिहास तो करीबन १०० साल बाद ही लिखा जायेगा ना, अभी तो वर्तमान ही चल रहा है। वैसे शायद ज्यादा लोगों का ध्यान इस और गया नही। जवाब आप जब चाहें दे ..अब तो पूरा पर्चा आपके पास है
भास्कर – यार क्यों ’पब्लिक प्लेटफारम” पर पोल-खोल कर रहे हो 🙂
घुघुती जी, कुंजी का जमाना नही है, गूगल है ना…
डा. साहब – धन्यवाद, आपकी टिप्प्णी बिरलों को ही नसीब होती है 🙂
समीर जी -इन्तजार रहेगा…
संतोष – भास्कर को भी बोला है…अन्दर की बात बाहर नही लाने का
रन्जना- करम कीजिये-फल की चिन्ता नही करें (वो हम खा लेंगे)…जवाब दीजिये, परिणाम का क्या है।
अफलातून जी – अच्छा हुआ आपने गोबर नही कहा…वैसे गोबर ही था, अब सड कर खाद बन चुका है
(मुझे ऐसा लगा कि आपकी टिप्पणी पूरी आई नही…शायद कट गई)
संजय भाई-परीक्षा अभी हुई नही है, अभी तो पेपर लीक हुआ है 🙂
पंकज भाई – देख लीजिये, टिप्पणी के ऊपर भी बडभैया का हाथ है
अतुल जी – अजी रविवार को तो पर्चा आउट हुआ है, तारीख देखिये, परीक्षा मई २१०७ में है..अब तैयारी अच्छी होनी चाहिये 🙂
रवि जी – अच्छा बहाना है…अगर पेपर सेटर की कुटाई करने का मूड है, तो चलिये साथ चल कर ढूंढते हैं उसे
मसिजीवी – आजकल परीक्षाओं में ही ड्यूटी है ना आपकी…बहुत चौकन्ने रहते हैं तभी…
मनीष – आप हँसे..अपना लिखना सफल भया….मास्टर नही हूँ भाई…बिल्कुल नही…
हे हे मजेदार। इस पेपर को अटैंड करने हम तो शायद इस दुनिया में न रहूँ, लेकिन हमारे बच्चों को आसानी होगी, उनको पहले से ही इसके जवाब रटवा देंगे। 🙂
नितिन कहाँ से लीक किया है यह पेपर ? तुम्हे शर्म आनी चाहिये ! संविधान के अनुसार तुम्हारे खिलाफ @$#ं&* धारा लगाई जा सकती है ।
पर चलो इसमे हमारा भी कुछ भला है सो हम शिकायत नही करंगे ।:)आंसर की भी बना कर दो ,हम एक ई मेल की दूरी पर है ,पोस्ट कर देना ।
atti uttam prshan patra,lekin ye agar mandy ne likha toh paper kam padega. tumhare chittho se ye lag raha hai ki office tumhe vyasat rakhne mein asafal hai.
Hilarious…. loved it absolutely
Bagla Ji.. aapki har post 10000 Watt ka jhatka deti hai..
likhte rahiye..
keep rocking..
चिठ्ठा पढकर बस लॊटपॊट हो गये \ मजा आ गया !!! बहुत खुब ! और यह भी पता चला कि आप बहुत अच्छे वाचक है- सब चिठ्ठाकारों कि खुबियॉ- कमी साथ साथ गिनवा दी , अच्छी रही !!!!!!